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Success Story: UPSC की तैयारी छोड़ लगाए आम के पौधे, अब कमा रहे करोड़ों रुपये

Success Story: तेलंगाना के भोकर तालुका के भासी गांव की सुमनबाई गायकवाड़ ओर उनके बेटे नंदकिशोर का 10 पौधों का छोटा सा खेत पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।

Success Story: तेलंगाना के भोकर तालुका के भासी गांव की सुमनबाई गायकवाड़ ओर उनके बेटे नंदकिशोर का 10 पौधों का छोटा सा खेत पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। ये कोई ऐसे- वैसे पौधें नहीं हैं, बल्कि यें दुनिया के सबसे महंगे आम के पौधें हैं।

इनसे भविष्य में फलों का एक बड़ा कारोबार बन सकता है। 17 मार्च को सुमनबाई जिला कृषि और अनाज महोत्सव में मियाजाकी आमों की एक टोकरी लेकर पहुंची थीं। उनकी टोकरी ने तुरंत सबका ध्यान खींचा।

अपने खास स्वाद और चमकीले लाल रंग के लिए जाने जाने वाले ये विदेशी आम 10,000 प्रति पीस तक बिकते हैं। सुमनबाई की यात्रा उनके बेटे नंदकिशोर गायकवाड़ के साथ शुरू हुई।

यूपीएससी की तैयारी छोड़ शुरू किया काम

नंदकिशोर यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे। लेकिन, कोरोना लॉकडाउन के कारण उनकी पढ़ाई बाधित हो गई। पुणे से घर लौटने पर उन्होंने ऑनलाइन ब्राउज करते समय मियाजाकी किस्म के बारे में जाना।

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नंदकिशोर ने उत्सुक होकर फिलीपींस से 10 पौधे आयात किए। उन्होंने एक पौधे के लिए 6,500 रुपये का भुगतान किया। ईटीवी भारत की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2 साल पहले लगाए गए इन पौधों में इस मौसम में 11 से 12 फल लगे हैं।

10 हजार रुपये है एक आम की कीमत

नंदकिशोर ने फसल की सही कीमत पता करने के लिए परभणी के मियाजाकी के प्रसिद्ध किसान वारपुडकर से सलाह ली। उन्होंने 10,000 रुपये प्रति आम का मूल्यांकन करने की सलाह दी।

मेले में इस आम की चर्चा से स्थानीय किसानों में भी इस प्रीमियम फल के कारोबार को लेकर दिलचस्पी पैदा हुई है। नांदेड़ में आयोजित कृषि मेले को कलेक्टर कार्यालय, जिला परिषद और कृषि विभाग का समर्थन मिला था।

इस मेले में आधुनिक और टिकाऊ तकनीकों का उपयोग करने वाले 29 प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया गया। कलेक्टर राहुल कार्डिले ने कहा कि कृषि उन लोगों के लिए अपार अवसर प्रदान करती है जो नवाचार करने को तैयार हैं।

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यह है इन आमों की खासियत

मेले में 82 स्टॉल लगाए गए थे, जिनमें जैविक उत्पादों से लेकर हर्बल सप्लीमेंट्स तक सब कुछ प्रदर्शित किया गया था। मियाजाकी आमों में बीटा-कैरोटीन, फोलिक एसिड, विटामिन सी और विटामिन ए भरपूर मात्रा में होते हैं।

यह उन्हें पोषक तत्वों से भरपूर, प्रतिरक्षा-बढ़ाने वाला और त्वचा के लिए अच्छा बनाता है। अपनी मिठास के बावजूद वे संतुलित शुगर लेवल बनाए रखते हैं। इससे वे तुरंत ऊर्जा देने वाले फल बन जाते हैं।

बेटे के प्रयोग के रूप में जो शुरू हुआ था, सुमनबाई के लिए अब वह एक सफल व्यवसाय है। यह इस बात का प्रमाण है कि इनोवेशन के बीज वास्तव में फल दे सकते हैं।

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